पंचतंत्र की कहानी: बंदर और लकड़ी का खूंटा – bandar aur lakdi ka khunta
नक़ल करने से कभी भी कोई छात्र परीक्षा में पास नहीं हो सकता. इसलिए हमें ईमानदारी से परीक्षा देनी चाहिए.
जब बच्चे वर्तनी लिख ही रहे थे की शिक्षक ने देखा की गाँधी जी ने एक शब्द की वर्तनी गलत लिखी है.
जहाँ गाँधी जी रहते थे वही उनके पड़ोस में एक सफाईकर्मी भी रहता था.
कलाम एक प्रेरणादायक व्यक्ति थे जिन्होंने सादगी और विनम्रता से जीवन जीया।
गाँधी जी ने सोचा की जब पिता जी को मेरे इस अपराध की जानकारी होगी तो वह उन्हें बहुत पीटेंगे.
“We have a tendency to build muddle and remain stagnant when we are performing the standard matters,” suggests Julie Coraccio, life mentor and owner of Reawaken Your Brilliance. “When we start to see issues differently and Go searching us we open up ourselves as many as new prospects and new opportunities and may filter out dread.” It’s typically, the dread, or even the Electricity with the concern, she claims, that’s better than what we actually have to accomplish and change.
जीवन में, चीजें हमारे आस-पास होती हैं, चीजें हमारे साथ होती हैं, लेकिन केवल एक चीज जो वास्तव में मायने रखती है वह यह है कि आप इस पर प्रतिक्रिया कैसे करते हैं और आप इससे क्या बनाते हैं। जीवन सभी झुकावों को अपनाने, अपनाने और उन सभी संघर्षों को परिवर्तित करने के बारे में है जो हम कुछ सकारात्मक अनुभव करते हैं।
यह महसूस करते हुए कि उसे बरगलाया गया है और उसने अपना सबक सिखाया है, आदमी ने माफी मांगी और चला गया।
गाँधी जी को इस बात से बहुत चोट लगी. उन्होंने महसूस किया click here की प्यार हिंसा से ज्यादा असरदार दंड दे सकता है.
पंचतंत्र की कहानी: दुश्मन का स्वार्थ – dushman ka swarth
पंचतंत्र की कहानी: बुद्धिमान केकड़ा और चिड़िया – buddhiman kekada aur chidiya
दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.
परन्तु एक आम का फल वृक्ष से दूर होने का मोह छोड़ नहीं पाया और वही कहीं पत्तों की आड़ में छिप गया। उस पेंड के मालिक को जब लगा कि उसने सारे आम तोड़ लिया है तब वह नीचे उतर गया और वहां से चला गया, यह सब वह छिपा हुआ आम देख रहा था।